निवेशक बाजार की परिस्थितिओं को आधार बनाकर म्यूचुअल में एंट्री और एग्जिट का निर्णय लेने की बहुत बड़ी गलती कर बैठते हैं.
स्विंग प्राइसिंग के तहत NAV में इस तरीके से बदलाव किए जाते हैं ताकि जो लोग किसी स्कीम से एग्जिट कर रहे हैं वे ही कॉस्ट का भुगतान करें.
इन बॉन्ड (bonds) की मौजूदा ब्याज दर 7.15% है, जो PPF और किसी भी बैंक में 5-10 साल की अवधि के लिए किए गए FD से ज्यादा है.
Small Savings Schemes: ब्याज दरों में कटौती हो सकती है क्योंकि ग्रोथ की लय को वापस पाने के लिए वित्तीय और मौद्रिक दोनों तरह के सपोर्ट की जरूरत है.
कई म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) कंपनियां अपनी वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन रिडेम्पशन की सुविधा उपलब्ध कराती हैं.
Floating Rate Saving Bonds: बॉन्ड सरकारी बैंक और अधिकृत निजी बैंक से खरीद सकते हैं. बॉन्ड को केवल इलेक्ट्रॉनिक रूप में खरीदने की अनुमति है.
मार्केट में तो उतार-चढ़ाव आम है. आपको बाजार में कुछ वक्त के लिए आई गिरावट से डरना नहीं चाहिए, क्योंकि लंबी अवधि में यह सामान्य हो जाता है.